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Wednesday, March 6, 2024

आयुष्मान कार्ड बनाने के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने पर जिलाधिकारी को मिलेगा स्कॉच अवार्ड।

सहारनपुर। जिलाधिकारी डॉक्टर दिनेश चंद्र को देश एवं प्रदेश में सर्वाधिक आयुष्मान कार्ड बनाने पर स्काॅच अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। प्रबंध निदेशक स्कॉच समूह   दीपक दलाल ने जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चन्द्र को बधाई देते हुए कहा कि स्कॉच अवार्ड एक प्रतिष्ठित सम्मान है। उन्होंने जिलाधिकारी को सभी मूल्यांकन चरणों में अपनी भागीदारी सफलतापूर्वक पूरा करने पर भी बधाई दी।  स्कॉच अवार्ड अपनी कठोर, स्वतंत्र, पारदर्शी एवं निष्पक्ष परिणाम आधारित मूल्यांकन प्रक्रिया के लिए जाना जाता है।
जिलाधिकारी डॉक्टर दिनेश चंद्र को पूर्व में भी पराली प्रबंधन, नेपियर घास के प्रबन्धन, राजस्व कार्यों के क्षेत्र में निर्विवाद वरासत के लिए स्काॅच अवार्ड से सम्मानित हो चुके है। माननीय प्रधानमंत्री जी के गरीब परिवारों को एक सार्थक शारीरिक एवं आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने की संवेदनशील सोच के दृष्टिगत जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चंद्र के कुशल नेतृत्व में जनपद पात्र एवं चिह्नित लाभार्थियों को स्वास्थ का सुरक्षा कवच दिए जाने की दिशा में आयुष्मान कार्ड बनाने के अंतर्गत देश एवं प्रदेश में सर्वाधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गये। यह कार्य जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चन्द्र के अभिनव प्रयासों एवं आमजन के प्रति उनके सेवाभाव से संभव हो पाया। शासन स्तर से भी जिलाधिकारी की सराहना की गई। वह निरंतर अधिकारियों एवं कर्मचारियों से संवाद स्थापित कर प्रोत्साहित करते रहे। जिलाधिकारी के कार्यकाल में विगत 08 माह में 06 लाख 37 हजार से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गये। 
इसके साथ उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि लिए इस महत्वपूर्ण मील के पत्थर जैसे कार्य को यादगार बनाने के लिए जिलाधिकारी को सम्मानित करने के लिए दिल्ली में एक स्कॉच शिखर समारोह का आयोजन किया जाएगा। स्कॉच अवार्ड्स की स्थापना 2003 में उन लोगों, परियोजनाओं एवं संस्थानों को पहचानने के उद्देश्य से की गई थी जो भारत को एक बेहतर राष्ट्र बनाने के लिए अतिरिक्त प्रयास करते हैं। स्कॉच पुरस्कार न केवल असाधारण उपलब्धि हासिल करने वालों-संगठनों और व्यक्तियों को सम्मानित करता है, बल्कि प्रेरणादायक मार्गदर्शन और प्रेरक नेतृत्व को भी प्रोत्साहित करता है। स्कोच पुरस्कार ‘स्कॉच ग्रुप’ द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में सर्वोत्तम प्रयासों के लिए प्रदान किया जाता है। डिजिटल, वित्तीय एवं सामाजिक समावेशन, सुशासन, समांवेशी विकास, प्रौद्योगिकी तथा अनुप्रयोगों में उत्कृष्टता, परिवर्तन प्रबंधन, कॉर्पोरेट नेतृत्व, नैगमिक शासन, नागरिक सेवा वितरण, क्षमता निर्माण, सशक्तिकरण एवं ऐसे अन्य सौम्य मुद्दे हैं।
                                          

Friday, March 1, 2024

सेवानिवृत्त होने वाले रेलकर्मियों को किया गया सम्मानित किया।


गोरखपुर। मुख्य कार्मिक अधिकारी/प्रशासन, पूर्वोत्तर रेलवे अवधेष कुमार ने 29 फरवरी, 2024 को कार्मिक विभाग के सभाकक्ष में आयोजित एक समारोह में 29 फरवरी, 2024 को सेवानिवृत्त होने वाले 17 अराजपत्रित रेलकर्मियों को गोल्ड प्लेटेड मेडल, समापक राशि का प्रपत्र एवं सेवा प्रमाण-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। सेवा निवृत्त रेल कर्मियों को सम्बोधित करते हुए मुख्य कार्मिक अधिकारी/प्रशासन ने कहा कि आप सभी ने अपने जीवन का एक लम्बा समय रेलवे को दिया है। आपके अनुभव से हम आगे भी लाभ उठाते रहेंगे। आपको जब भी समस्या हो आप मिल सकते है। आपकी समस्याओं का समाधान किया जायेगा।
इसके अतिरिक्त लेखा विभाग के आई.टी.सेन्टर में सेवानिवृत्त लेखा कर्मचारियों के विदाई समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में प्रधान वित्त सलाहकार संजीव जैन ने लेखा विभाग के उप वित्त सलाहकार एवं लेखाधिकारी/यातायात श्री प्रतीक कुमार चैधरी एवं 02 अराजपत्रित रेलकर्मियों को समापक राशि का प्रपत्र, सेवा प्रमाण-पत्र तथा गोल्ड प्लेटेड मेडल प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर कार्मिक एवं लेखा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी, यूनियन के पदाधिकारी तथा सेवा निवृत्त होने वाले रेलकर्मियों के परिजन उपस्थित थे।

Thursday, February 29, 2024

आखिर कब होगी ऐसे प्रधान और सचिव पर कार्यवाही।


भास्कर तिवारी 
सूबे के मुखिया एक तरफ भृष्टाचार को लेकर सख्त नज़र आ रहे हैं वहीं उत्तर प्रदेश के जनपद उन्नाव के  विकासखंड सफीपुर की ग्राम पंचायत ओसिया में विकास के लिऐ भेजे गए धन का सही उपयोग। प्रधान व सचिव ने नही किया, ग्राम पंचायत ओसिया  का मामला फिर प्रकाश में आया जहां पर ओसिया गांव निवासी शिव प्रताप सिंह पुत्र श्याम कुमार सिंह ने मुख्य विकास अधिकारी उन्नाव को 12 बिंदुओं पर जांच करवाने के लिए ग्राम प्रधान के खिलाफ शिकायती पत्र दिया था जिसमें मुख्य विकास अधिकारी महोदय ने टीम गठित करके जिला विकास अधिकारी महोदय जे. ई आर. ई. डी एफ 84 उन्नाव को संयुक्त रूप से जांच करवाने के लिए नामित कर दिया था शिकायतकर्ता ने बताया कि जिन बिंदुओं पर जांच करनी थी उन बिंदुओं पर जांच ना कर के अपनी मनमानी की गई  है, ना ही अभी तक रिकवरी का पैसा जमा करवाया गया है शिकायतकर्ता ने जांच अधिकारियों पर आरोप लगाया कि जिन जिन कार्यों में अधिक पैसा गबन किया गया था उन कार्यों की जांच नहीं हुई है बल्कि जो छोटे लागत वाले कार्य है उन कार्यों को जांच पूर्ति दिखाकर प्रधान प्रशान्त कुमार, सचिव उत्तम अवस्थी, को जांच की आंच से बचाकर खुला छोड़ दिया है शिकायत कर्ता ने बताया पचासों लाख का गबन हुआ है जिसमें जांच में रिकवरी केवल 1 लाख,58 हजार 2 सौ 48रुपए ही गवन दिखाया।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया  कि वह गड़बड़ी की शिकायत पहले ब्लाक स्तर पर बीडीओ से किया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद जिला मुख्यालय पर भी इसकी शिकायत की लेकिन उच्च अधिकारियों ने सिर्फ फार्मेल्टी अदा कर मामले को ठंडे बस्ते मे बन्द कर दिया,  शिकायत कर्ता शिव प्रताप सिंह ने बताया अगर निष्पक्ष तरीके से जांच नही हुई तो  वह लोकायुक्त मे शिकायत करेंगे  , अगर बार बार शिकायत करने पर भी अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई तो इसमें ग्राम प्रधान से लेकर कई अधिकारियों की मिली भगत है।