मुज़फ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन अंबावता की एक मीटिंग कैंप कार्यालय मीनाक्षी चौक पर जिला अध्यक्ष मोहम्मद शाह आलम के नेतृत्व में संपन्न हुई।
मीटिंग का संचालन पुरकाजी ब्लॉक अध्यक्ष सालिम त्यागी ने किया। मीटिंग में मौजूद किसानों को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष मोहम्मद शाह आलम ने कहा कि सरकार की करनी और कथनी में बड़ा फर्क है।
पूर्व में काले कृषि कानून वापसी के लिए किसान आन्दोलन के चलते 700 से ज्यादा किसानों की शहादत हुईं थी। सरकार ने आंदोलन को समाप्त करते समय तीन कृषि काले कानून को वापस लेते हुए किसानों से एमएसपी की गारंटी का कानून बनाने का वादा किया था। जिसको सरकार भुलाए बैठी है। लंबे इंतजार के बाद किसान फिर मैदान में आ रहे हैं। देश की जनता को गुमराह करने में सरकार एक्सपर्ट है।
वहीं उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सरकार का जो नारा है सबका साथ सबका विकास उसकी धज्जियां उड़ा रहा है चंद लोग। सांप्रदायिकता फैलाने वालों पर ना तो लाठी चार्ज होती है ना एफआईआर होती है। आज के माहौल में सांप्रदायिकता फैलाने वालों पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। सरकार जैसे किसानों पर सब तरह का बल प्रयोग करती है ऐसे ही सांप्रदायिकता फैलाने वालों पर भी सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। जो लोग देश के माहौल को खराब करने का कार्य करेंगे चाहे वह किसी भी संगठन के हो भारतीय किसान यूनियन अंबावता संगठन कतई बर्दाश्त नहीं करेगा
इस मौके पर दर्जनों पदाधिकारी वह कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभा के दौरान कार्यालय चौधरी ऋषिपाल अंबावता जिंदाबाद के नारों से गूंज रहा था।
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