मुजफ्फरनगर। नियमित योगाभ्यास करने से ही एक साधक को योग का पूरा पूरा लाभ मिलता है। कभी-कभी या बीच-बीच में योगाभ्यास करने से शरीर की लयबद्धता (harmony) बिगड़ जाती है जो शारीरिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। उक्त विचार भारतीय योग संस्थान के निशुल्क योग साधना केंद्र ग्रीनलैंड मॉडर्न जूनियर हाई स्कूल में साप्ताहिक योग चर्चा में बोलते हुए जनपद प्रभारी योगाचार्य सुरेंद्र पाल सिंह आर्य ने व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि कुछ लोग अल्प समय के लिए योगाभ्यास करते हैं या मात्र अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर साप्ताहिक योगाभ्यास करते हैं जिसका उनके शरीर में लाभ के बजाय हानि होने की संभावना अधिक रहती है। किसी भी कार्य को निरंतर लंबे समय तक करने से ही उसमें सिद्धि प्राप्त होती है। नियमित योगाभ्यास से एक साधक के जीवन में सुख ,शांति और समृद्धि आती है।
सर्वप्रथम संस्थान के जिला प्रधान राज सिंह पुंडीर ने ओम ध्वनि और गायत्री मंत्र से योग साधना प्रारंभ कराई। उन्होंने ताड़ासन ,तिर्यक ताड़ासन, वृक्षासन ,खग आसन, पद्मासन ,अर्ध चक्रासन, हस्त उत्तानासन, भुजंगासन ,तिर्यक भुजंगासन ,शलभासन ,पाद व्रत आसन, हलासन और शवासन करवाएं । अशोक कुमार मित्तल ने हंसी क्रिया करवाई। अनुलोम विलोम, कपालभाति और भ्रामरी प्राणायाम योगाचार्य सुरेंद्र पाल सिंह आर्य ने करवाई। इस अवसर पर राज सिंह पुंडीर ,रामकिशन सुमन आचार्य, डॉक्टर अक्षय कुमार आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।
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