उत्तराखंड केदारनाथ यात्रा मार्ग पर दिल्ली के श्रद्धालुओं के साथ घोड़े-खच्चर संचालकों द्वारा लाठी डंडे से मारपीट करने का मामला सामने आया है. पुलिस ने मामले पर कार्रवाई करते हुए 5 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की है. इन सभी घोड़े-खच्चर संचालकों के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं।
जाने पूरा मामलाःपुलिस के मुताबिक, दिल्ली की तनुका पौण्डार ने 12 जून को पुलिस को तहरीर दी कि 10 जून की सुबह वह अपने परिजनों व दोस्तों के साथ गौरीकुंड से केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा कर रहे थे. इस दौरान भीमबली पुल के पास एक घोड़ा बुरी हालत में गिरा हुआ था. जिस वजह से वह वहां रुके और आस-पास के लोगों से घोड़े के लिए मदद मांगी, लेकिन किसी ने कोई मदद नहीं की. इस दौरान एक व्यक्ति वहां पर अन्य जीवों को बुरी तरह मार रहा था. तनुका ने बताया कि उनके द्वारा उस शख्स को केवल यही कहा गया कि ऐसा क्यों कर रहे हो. इस पर घोड़ा संचालकों की भीड़ वहां आई और 4-5 लोग उनके साथ मारपीट और बदतमीजी करने लगे. बीच बचाव करने आए अन्य सहयोगियों के साथ भी मारपीट की गई और साथ ही उन सभी संचालकों ने उन्हें उत्तराखंड छोड़ने की धमकी दी.।
नाबालिग समेत 5 लोगों पर कार्रवाई: पुलिस का कहना है कि शिकायतकर्ता तनुका पौण्डार ने तहरीर 12 जून को केदारनाथ धाम से वापस आने पर दी. शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर कोतवाली सोनप्रयाग में धारा 147/323/504/506 आईपीसी में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. साथ ही मारपीट की घटना में शामिल 4 अभियुक्तों अंकित सिंह पुत्र प्रकाश सिंह, संतोष कुमार पुत्र रघुवीर लाल, रोहित कुमार पुत्र रोशन लाल सभी निवासी ग्राम आसो जयकंडी, थाना अगस्त्यमुनि, जिला रुद्रप्रयाग और गौतम पुत्र आनंद लाल निवासी ग्राम जाखाल भरदार थाना व जिला रुद्रप्रयाग को चिन्हिकरण गिरफ्तार किया गया. इनके अतिरिक्त एक नाबालिग पर भी कार्रवाई की जा रही है।
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