मेरठ ।
जुर्माना जमा न होने के कारण मेरठ जेल में अतिरिक्त सजा भुगत रहे कैदियों के लिए शनिवार की सुबह खुशी की किरण लेकर आई। स्वयंसेवी संस्था आधारशीला ग्रामोथान सेवा संस्थान व दर्पण समाज सेवा समिति ने सयुंक्त रूप से 6 कैदियों का जुर्माना जमा कर दिया। इसके बाद जेल से 6 कैदियों को रिहा कर दिया गया।सभी पर 10 हजार से 15 हजार का जुर्माना लगा था।
बता दें की जनपद मे आधार शिला संस्था व दर्पण सामाजसेवा समिति द्वारा जनहित के लिए अनेको कार्यकर्मो का संचालन किया जाता रहा हे।जब संगठन के लोगो को पता लगा की मेरठ जेल मे बंद कुछ बंदी ऐसे हे जो सजा पूरी होने के बाद भी वह सजा के जुर्माने के कारण अतिरिक्त सजा भुगत रहे थे।तो जानकारी मिलने के बाद सामाजिक संगठन से जुड़े लोगो मे डॉक्टर हाशिम अली व समाजसेवी वसीम अहमद व समाजसेवी बंटी कुरैशी ने अपने समस्त सहयोगी साथियों के साथ जेल के उच्च अधिकारियो से सम्पर्क कर जुर्माना अदा कर दिया।जिसके बाद जेलर के के दीक्षित ने बताया की संस्था द्वारा कोर्ट का जुर्माना अदा कर दिया गया,जेल से बाहर आए कैदियों की आंखों से आंसू छलक पड़े। इस दौरान जेल अधीक्षक विरेश राज शर्मा ने संस्था के समस्त कार्यकर्ताओ का आभार व्यक्त किया।
तो वही मेरठ की इस जेल में महिला कैदियों और उनके बच्चों सहित सामने आने वाली विभिन्न कठिनाइयों का सामाजिक संस्था ने स्वतः संज्ञान लिया है।ओर सहानुभूती प्रकट करते हुए इनमें बुनियादी सुविधाओं को पूरा करने के उद्देश्य से समाजसेवी डा हासिम अली,वसीम अहमद,लेखक नादिर राणा, बंटी कुरैशी व हाजी खलील अंसारी,
मुश्ताक अंसारी,शाहरुख व आरिफा आदि ने जरूरत मंद कुछ चुनिंदा निर्धन महिलाओं को अंग वस्त्र व चादरे बाटी।जिससे उनके चेहरे खिल उठे।
इन्होने कहा..
अतिरिक्त सजा भुगत रहे 6 कैदियों की जुर्माने की राशि आधारशिला ग्रामोथान् सेवा समिति व दर्पण समाज सेवी संस्था ने जमा करा दी। 6 कैदी रिहा कर दिए गए हैं। एक कैदी के अन्य केस में विचाराधीन होेने के कारण उसे रोका गया है। इसके आलावा महिला बेरक मे बंद महिला बंदियों को भी अंगवस्त्र आदि वितरण किये गये हे -विरेश राज शर्मा ,वरिष्ठ जेल अधीक्षक, जिला कारागार मेरठ
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