स्वामी कल्याण देव जी का जन्म जन्म 26 जून 1876 को उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में कोताना गांव में हुआ था आपका लालन पोषण मुजफ्फरनगर में हुआ तीर्थ नगरी शुक्रताल से आप 128 वर्ष यानी के अंत तक ज्ञान ,शिक्षा और शांति की प्रेरणा देते रहे
स्वामी कल्याण देव सन्यासी जी ने अपने जीवन में लगभग 300 शिक्षण संस्थाओं का निर्माण कराया जिसमें लाखों छात्र-छात्राओं ने शिक्षा ग्रहण की और अब तक कर रहे हैं इन स्कूलों में पढे छात्र छात्राएं केंद्र सरकार व राज्य सरकारों को अपनी सेवाएं दे रहे हैं ं
स्वामी कल्याण देव जी को 1982 में तत्कालीन महामहिम राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी जी ने पदमश्री से सम्मानित किया
पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी से शिक्षा के संबंध में कई बार आपकी वार्ता हुई
डॉ मुर्तजा सलमानी ने कहा स्वामी कल्याण देव असाधारण संत थे उनकी शिक्षाएं सदैव प्रेरणादायक रहेंगी आने वाली पीढ़ी के लिए मार्गदर्शन का कार्य करेंगी
ब्रह्मलीन संत जी ने ज्ञान, शिक्षा और समाज सेवा को धर्म बनाया अनेक कॉलेज गुरुकुल की स्थापना करने के अलावा स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्य कर अस्पतालों की स्थापना की उनका मानना था कि विद्या ही व्यक्ति को अंधकार से निकलती है उन्होंने सच्चाई सेवा और प्रेम का पाठ पढ़ाया
आपने अनेक व्यक्तियों को सही मार्ग दिखाकर उनके जीवन को नई दशा देने का काम किया ऐसे थे संत स्वामी कल्याण देव जी महाराज जी से जब भी में आपके दर्शन करने गया तो हमेशा शिक्षा, शांति , सामाजिक ज्ञानवर्धक बातें और स्वास्थ्य पर समाज की भलाई के लिए ही बात करते थे
ऐसे होते हैं संत महाराज
दुनिया में आपका नाम अमर रहेगा
प्रभु से प्रार्थना है ऐसे संत हमारे समाज को मिलते रहे जिससे जनता का उद्धार हो सके
21वीं पुण्यतिथि पर सादर नमन
🌹🙏
डा, मुर्तजा सलमानी
जिला उपाध्यक्ष कांग्रेस पार्टी मुजफ्फरनगर
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