*शुकतीर्थ में बोले योगी: 5000 साल पुरानी भागवतभूमि का होगा विकास, संतों की स्मृति में घाट और सभागार बनेंगे*
*मुजफ्फरनगर*
शुकतीर्थ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को शुकतीर्थ में स्वामी भिक्षुकदास जी महाराज और समनदास जी महाराज की 65वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने शुकतीर्थ को “भागवतभूमि” बताते हुए इसके आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व को रेखांकित किया। योगी ने कहा कि लगभग 5,000 वर्ष पूर्व इसी स्थान पर शुकदेव जी महाराज ने राजा परीक्षित को भागवत कथा सुनाकर भक्ति, ज्ञान और मुक्ति का संदेश दिया था। मुख्यमंत्री ने गंगा को भारत की सनातन परंपरा की अविरल धारा बताते हुए कहा कि यह हमारी सांस्कृतिक पहचान और मोक्ष का मार्ग है। उन्होंने कहा कि यह भारत का ही गौरव है कि 5,000 वर्षों की परंपरा को आज भी जीवित रखे हुए है, जिसके उत्तराधिकारी स्वयं भारतीय संत समाज हैं। योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि अगली बार समनदास आश्रम के सामने संत समनदास जी महाराज और सतगुरु रविदास जी की स्मृति में घाट का निर्माण, सड़कों का चौड़ीकरण, पार्किंग, सौंदर्यीकरण और सत्संग सभागार का निर्माण कराया जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
मुख्यमंत्री ने डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान को याद करते हुए कहा कि पिछले कई दशकों तक उन्हें वह सम्मान नहीं मिला जिसके वे हकदार थे। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न सिर्फ पंचतीर्थों का निर्माण किया, बल्कि 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में घोषित कर बाबा साहेब को उचित सम्मान दिया।
सीएम योगी ने कहा कि स्वामी भिक्षुकदास और समनदास जी महाराज ने संत रविदास जी के मिशन को आगे बढ़ाया। सरकार की गरीब कल्याण योजनाएं और सामाजिक परिवर्तन इसी प्रेरणा से संभव हो पाए हैं। कार्यक्रम में प्रमुख संतों व गणमान्य व्यक्तियों में महंत गोवर्धन दास जी महाराज, स्वामी ओमानंद, निर्मल दास,गुरुदीप गिरि, सांसद चंदन चौहान, मंत्री अनिल कुमार, कपिल देव अग्रवाल, सोमेंद्र तोमर, पूर्व सांसद संजीव बालियान, विधायक राजपाल बालियान, वंदना वर्मा, मिथिलेश पाल व विक्रम सैनी आदि शामिल रहे।
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